शनिवार, 5 फ़रवरी 2011

सुशासन-पीड़ित वृद्ध विधवा का मुख्यमंत्री के नाम पत्र


सेवा में,
श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय,
बिहार सरकार,पटना.
विषय:विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल,कोनहारा रोड,हाजीपुर कार्यालय के कर्मियों द्वारा ७० वर्षीया विधवा के घर मीटर नहीं लगाने और धमकी देने के सम्बन्ध में.
महाशय,
उपरोक्त विषय के सम्बन्ध में सूचित करना है कि मैं,कांति देवी,उम्र-७० वर्ष,पति-स्व.आर.एस.पी.सिंह,मो.-लक्ष्मीनगर(धनौती),गंगा ब्रिज कॉलोनी के सामने,पो.+थाना-इंडस्ट्रिअल एरिया,हाजीपुर में लगभग १५ महीनों से रहती हूँ.मैंने दिनांक-१२-११-२००९ को एस्टीमेट राशि तथा मीटर विद्युत विभाग के कोनहारा रोड कार्यालय में जमा कराया.लगभग १० दिन बाद पूछने गई तो कहा गया कि टाइम लगेगा.जल्दी काम चाहिए तो खर्चा-पानी देना पड़ेगा.मैं लौटने लगी तो विभाग के ही एक कर्मी ने मुझे कार्यालय की बाहरी दीवार पर लगे बोर्ड पर लिखे नियम का हवाला देकर कहा कि शहरी क्षेत्र में एस्टीमेट राशि तथा मीटर जमा होने पॉँच दिनों के भीतर ही कनेक्शन देने का प्रावधान है.आप निश्चिन्त हो बिजली का इस्तेमाल कर सकती हैं.ज्यादा-से-ज्यादा एस्टीमेट राशि जमा करने की तिथि से मीटर लगने की तिथि तक औसत बिलिंग के आधार पर आपसे राशि भुगतान करा ली जाएगी.मैंने भी सोंचा कि जंगलराज थोड़े ही है जो विभाग खुद गलती पर होते हुए मेरे विधवा और वरिष्ठ महिला नागरिक होने का भी खयाल नहीं करेगा और फ़िर यह तो सुशासन सरकार है.इसके बाद विद्युत उपभोग शुरू करने के दो दिनों के अन्दर ही विद्युत बोर्ड के वीर अधिकारियों ने खुद के बनाए नियम को लात मरते हुए मुझपर बिजली चोरी के इल्जाम में एफ.आई.आर. संख्या-६८७/०९,दिनांक-०४-१२-०९ के आधार पर २५,००० रूपये का जुर्माना लगा दिया.यहाँ मेरा सबसे बड़ा अपराध यही है कि मैं पांचवीं पास हूँ और बिजली विभाग द्वारा जो नियम बताया जाएगा,उतना ही समझ सकती हूँ.मैंने कर्ज लेकर दिनांक-०७-१२-०९ को २५००० रूपया जमा करा दिया (रसीद की छाया-प्रति संलग्न).इसके बाद भी बोर्ड कार्यालय कई बार गई,लेकिन मीटर नहीं लगाया गया.
                    मेरे बेटे ने आर.टी.आई. द्वारा सूचना मांगनी चाही तो आवेदन नहीं लिया गया.हारकर पोस्ट द्वारा भेजा.जानकारी की जगह धमकी दी गई कि इस बार ऐसी धारा लगाकर फंसाऊंगा कि माँ तो क्या,बेटा भी ज़िन्दगी भर जेल में सड़ेगा.आर.टी.आई. का भी जवाब ऐसा आया,जिसमें कोई उत्तर ही नहीं था(छाया-प्रति संलग्न).धमकी के डर से मैंने अपने बेटे को अपील में जाने से रोक दिया.इसके बाद मैंने दो आवेदन दिनांक-१६-०१-२०१० एवं २९-१०-२०१० को लिखकर (अपनी उम्र और विधवा होने का हवाला देकर)डाक से भेजा.फ़िर भी मीटर नहीं लगाया गया और न ही कोई कारण ही बताया गया.
                     मीटर जमा कराने पर विद्युत बोर्ड,हाजीपुर के कर्मी अपनी गलती को आवेदक के सिर मढने की नीयत से मीटर प्राप्ति की रसीद नहीं देते हैं.इस तथ्य का सत्यापन उन उपभोक्ताओं से हो सकता है जिन्होंने मीटर जमा कर दिया हो.शायद ही कोई प्राप्ति रसीद दिखा पाएगा.
             दिनांक-१०-०१-२०११ को अक्षयवट राय स्टेडियम,हाजीपुर में लगी बिजली अदालत में बड़ी उम्मीद के साथ गई.वहां भी एस.डी.ओ.,विद्युत बोर्ड के सहयोगी ने वर्ष २०११ की अपनी डायरी में १० जनवरी तिथिवाले पृष्ठ पर क्र.सं.-(१) में कांति देवी,लक्ष्मी नगर धनौती,औद्योगिक थाना क्षेत्र,एफ.आई.आर.सं.-६८७/०९,दिनांक-०४-१२-२००९ लिखा,लेकिन मीटर लगाने के लिए कुछ नहीं लिखा.कहा गया ऑफिस आइयेगा,वहीँ देखेंगे.
                         अब अंतिम उम्मीद के रूप में आपको लिख रही हूँ.साथ ही यह निवेदित भी कर रही हूँ कि ७० वर्ष की वृद्धवस्था में मौसम की मार झेल पाने की असमर्थता के कारण मैं दिनांक-१२-०१-११ से बिजली कनेक्शन जोडवा कर उपभोग शुरू करने को विवश हूँ.आप चाहे उक्ति तिथि से मेरे लिए विद्युत सेवा बहाल समझ कर बिल भेजें या अपराधी समझकर जुर्माना ठोकें.आपकी नजर में अगर मैं दोषी हूँ,तो मैं बिना किसी हिचक के जेल जाने को तैयार हूँ.मुझे पूर्ण विश्वास है कि जेल के कैदी भी विद्युत बोर्ड,हाजीपुर कार्यालय के अधिकारियों/कर्मियों से अधिक्र संवेदनशील होंगे और चोरनी की जगह चाची,दादी या दीदी जैसा सम्मान जरूर देंगे.
                अगर उपरोक्त तथ्यों की जाँच एवं तदनुसार सुधार की इच्छा हो,तो मेरे द्वारा लिखे गए वाक्यों के बाल की खाल न निकालकर,उनके निहितार्थों को समझने की कृपा करेंगे और खुद गलती पर रहकर निरीहों को गलती करने के लिए मजबूर करने और फ़िर उन्हें पकड़कर चोर-चोर चिल्लानेवाले अधिकारियों एवं कर्मियों के विरुद्ध समुचित कार्रवाई करने की कृपा करेंगे.
                                                          विश्वासभाजन,
                                                          कांति देवी,
                                                          पति-स्व.प्रो.आर.एस.पी.सिंह,
                                                          लक्ष्मी नगर,गंगा ब्रिज कॉलोनी के सामने,                                                            पो.+थाना-इंडस्ट्रिअल एरिया,
                                                          हाजीपुर (वैशाली)
                                                          एस्टीमेट सं.-७३४-०९-१०
पुनश्च-यह पत्र दिनांक ११-०१-२०११ को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को स्पीड पोस्ट से भेजा गया था.लेकिन अब तक न तो विधवा कांति देवी के घर में बिजली का मीटर ही लगा है और न ही मीटर नहीं लगने के लिए दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई ही की गई है.साथ ही इसकी प्रतिलिपि ऊर्जा मंत्री,बिहार,संपादक,दैनिक जागरण और अध्यक्ष,बिहार राज्य विद्युत बोर्ड को भी उक्त तिथि को ही भेजी गई थी.

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