रविवार, 1 नवंबर 2015

मधुबनी में मोदी ने दी BIHAR की नई परिभाषा

मधुबनी (सं.सू.)। पांचवें चरण के चुनाव प्रचार के लिए मधुबनी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आते ही एक पर्चा दिखाया। असल में वह पीएम मोदी को कर्पूरीग्राम की कुछ बहनों की ओर से भेजा गया मेमोरेंडम था। उन्होंने नीतीश-लालू पर निशाना साधते हुए कहा, कि इन लोगों ने तंत्र मंत्र के चक्कर में लोकतंत्र का अपमान किया है।

मोदी ने पत्र का जिक्र करते हुए कहा, अब देखिए बिहार का हाल। ये गांव के गरीब लोगों की बिहार में सुनने वाला कोई नहीं, इनको अपनी शिकायत लेकर प्रधानमंत्री के पास आना पड़ा। इनकी शिकायत है कि इनको इनकी जमीन से हटाने पर यहां की सरकार तुली है। उन्होंने वादा किया आठ तारीख के बाद इसका समाधान करने का वादा किया। हालांकि उन्होंने दुख जताया कि शिकायत करने वाले एक भी माताओं बहनों ने हस्ताक्षर करना नहीं आता।

मोदी ने कहा, मुझे दुख है कि माताओं बहनों को हाथ का अंगूठा लगाकर मुझे पत्र भेजना पड़ रहा है, जबकि खुशी होती कि वो अपने हाथ से लिखकर मुझे अपने हस्ताक्षर में भेजा होता। इसके लिए बिहार पर 60 सालों तक शासन करनेवाले नीतीश, लालू और सोनिया जिम्मेदार हैं।


इस अवसर पर मोदी ने बिहार की नई परिभाषा गढते हुए बताया, B यानी ब्रिलियेंट, I यानी इनोवेटिव, H यानी हार्ड वर्किंग, A यानी एक्शन ओरिएंटेड, R यानी रिसोर्सफुल। मोदी ने कहा, मैं जंतर मंतर पर भरोसा नहीं करता हूं, मैं लोकतंत्र भर भरोसा करता हूं। उन्होंने फिर से नीतीश लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग भी मन से हार गए हैं तो वो बाबा के पास चले गए। इन लोगों ने लोकतंत्र का मजाक बना दिया है।

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