लखनऊ (सं.सू.)। यूपी पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि आजमगढ़ में हाल में हुए दंगे में आईएस (इस्लामिक स्टेट) का हाथ हो सकता है। सुरक्षा एजेंसियों व यूपी पुलिस इस बात की जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक यूपी के कई शहर इस्लामिक स्टेट की रडार पर है और इस्लामिक स्टेट इन शहरों में दंगे करवा सकता है। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक आजमगढ़ में हुए दंगे में सोशल नेटवर्किंग साइट्स का जमकर इस्तेमाल किया गया और इसके पीछे आईएस का हाथ हो सकता है क्योंकि इस्लामिक स्टेट को सोशल नेटवर्किंग का इस्तेमाल नफरत फैलाने के लिए करने में महारत हासिल है।
हाल में ही आतंकी संगठन आईएसआईएस के वीडियो में दिखे दो आतंकियों की पहचान हो गई है। जबसे सुरक्षा एजेंसियो को पता चला है कि दोनों आतंकी यूपी के आजमगढ़ के रहने वाले हैं। उसके बाद से एनआईए और उत्तर प्रदेश पुलिस चौकस हो गयी है। ये दोनों आतंकी इंडियन मुजाहिदिन के भगोड़े हैं।
सूत्रों की मानें, तो पुलिस ने वीडियो में दिखे दोनों आतंकी अबु राशिद अहमद और मोहम्मद बड़ा साजिद के आजमगढ़ स्थित घर पहुंचकर उनके घरवालों से पूछताछ की है और उनको इन दोनों का वीडियो दिखकर उनकी पहचान भी करवाई है। इस दौरान दोनों ही आतंकियों के घरवालों ने इन दोनों की पहचान भी की है।
गौरतलब है कि आईएस ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें भारत में बाबरी मस्जिद, कश्मीर, गुजरात और मुजफ्फरनगर दंगे का बदला लेने की धमकी दी गई थी। ये वीडियो दक्षिण-एशिया जिहादियों पर आधारित आईएस का पहला वीडियो है। इस वीडियो में महाराष्ट्र में ठाणे के इंजीनियर के छात्र रहे अमन टंडेल का इंटरव्यू भी दिखाया गया है।
साथ ही शाहीम टंकी और फहाद शेख की कुछ तस्वीरें भी हैं। इस वीडियो में इन लोगों ने देश के कई बम धमाकों में अपनी भूमिका की बात कही है। इसके साथ ही इस वीडियो में अंजाम दी गई आतंकी घटनाओं, भारत से भागने और योजनाओं के बारे में बात की गई है।
एनआईए के मुताबिक आजमगढ़ निवासी राशिद वर्ष 2005 से 2008 तक इंडियमन मुजाहिदिन द्वारा किए गए बम धमाकों का संदिग्ध है। दूसरा आतंकी मोहम्मद साजिद भी आजमगढ़ का है, साजिद अहमदाबाद और जयपुर में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में संदिग्ध है।
सूत्रों के मुताबिक इस वीडियो के बाद से एनआईए की एक टीम आजमगढ़ में कैम्प कर रही है और पुलिस की मदद से इन दोनों आतंवादियों के बारे में और जानकारी इकट्ठा कर रही है। टीम खुफिया तौर पर इस बात की भी जांच कर रही है कि कही इस इलाके के और भी लड़के इनके टच में तो नहीं आ गए हैं। टीम उस इलाके की सोशल मीडिया पर भी नज़र रख रही है।
हाल में ही आतंकी संगठन आईएसआईएस के वीडियो में दिखे दो आतंकियों की पहचान हो गई है। जबसे सुरक्षा एजेंसियो को पता चला है कि दोनों आतंकी यूपी के आजमगढ़ के रहने वाले हैं। उसके बाद से एनआईए और उत्तर प्रदेश पुलिस चौकस हो गयी है। ये दोनों आतंकी इंडियन मुजाहिदिन के भगोड़े हैं।
सूत्रों की मानें, तो पुलिस ने वीडियो में दिखे दोनों आतंकी अबु राशिद अहमद और मोहम्मद बड़ा साजिद के आजमगढ़ स्थित घर पहुंचकर उनके घरवालों से पूछताछ की है और उनको इन दोनों का वीडियो दिखकर उनकी पहचान भी करवाई है। इस दौरान दोनों ही आतंकियों के घरवालों ने इन दोनों की पहचान भी की है।
गौरतलब है कि आईएस ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें भारत में बाबरी मस्जिद, कश्मीर, गुजरात और मुजफ्फरनगर दंगे का बदला लेने की धमकी दी गई थी। ये वीडियो दक्षिण-एशिया जिहादियों पर आधारित आईएस का पहला वीडियो है। इस वीडियो में महाराष्ट्र में ठाणे के इंजीनियर के छात्र रहे अमन टंडेल का इंटरव्यू भी दिखाया गया है।
साथ ही शाहीम टंकी और फहाद शेख की कुछ तस्वीरें भी हैं। इस वीडियो में इन लोगों ने देश के कई बम धमाकों में अपनी भूमिका की बात कही है। इसके साथ ही इस वीडियो में अंजाम दी गई आतंकी घटनाओं, भारत से भागने और योजनाओं के बारे में बात की गई है।
एनआईए के मुताबिक आजमगढ़ निवासी राशिद वर्ष 2005 से 2008 तक इंडियमन मुजाहिदिन द्वारा किए गए बम धमाकों का संदिग्ध है। दूसरा आतंकी मोहम्मद साजिद भी आजमगढ़ का है, साजिद अहमदाबाद और जयपुर में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में संदिग्ध है।
सूत्रों के मुताबिक इस वीडियो के बाद से एनआईए की एक टीम आजमगढ़ में कैम्प कर रही है और पुलिस की मदद से इन दोनों आतंवादियों के बारे में और जानकारी इकट्ठा कर रही है। टीम खुफिया तौर पर इस बात की भी जांच कर रही है कि कही इस इलाके के और भी लड़के इनके टच में तो नहीं आ गए हैं। टीम उस इलाके की सोशल मीडिया पर भी नज़र रख रही है।
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