रविवार, 4 सितंबर 2022

जय बोलो सुशासन की

हर दफ्तर में घूसासन की, दागी मंत्री के शपथासन की, कुर्सी पर चिपकासन की, जय बोलो सुशासन की. पुलिस के लूटासन की, सीओ के मनमनासन की, राजस्व कर्मचारी के झांसन की, काम के लटकासन की, जय बोलो सुशासन की. शिक्षा के मरणासन की, अस्पतालों के सड़नासन की, डॉक्टर इंजिनियर के कुबेरासन की, गांजा चिलम भाषण की, जय बोलो सुशासन की. सड़कों, बांधों के टूटासन की, पुलों के गिरासन की, पीएम बनने के स्वपनासन की, जय बोलो सुशासन की. भ्रष्ट परिवार से हाथ मिलासन की, पल्टूराम के पलटासन की, डाल डाल कूदासन की, नैतिकता के शीर्षासन की, बंदर के हाथ में शासन की, जय बोलो सुशासन की. जनता दरबार के ढोंगासन की, गुंडाराज के लौटासन की, सरकार के लापतासन की, जय बोलो सुशासन की.

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