मंगलवार, 9 अप्रैल 2019

जीतेगा मोदी जीतेगा भारत


मित्रों,आप जानते हैं कि भविष्यवाणी करना काफी कठिन काम है और फिर जब बात भारत के चुनावों की हो तब तो बड़े-बड़े विश्लेषक भी भविष्यवाणी करने से डरते हैं.  फिर भी पिछले दिनों जो सर्वेक्षण सामने आ रहे हैं और मैं खुद भी जितने लोगों से मिला हूँ उसके आधार भी यह बिना किसी लाग-लपेट के कहा जा सकता है कि इस बार के लोकसभा चुनावों में निश्चित रूप से वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शानदार वापसी करने जा रहे हैं.
मित्रों, कांग्रेस और भाजपा सहित सभी प्रमुख दलों का घोषणापत्र सामने आ चुका है और अगर हम दोनों दलों के घोषणापत्रों की तुलना करें तो स्पष्ट हो जाता है कि जहाँ भाजपा के पास दूरदृष्टि और भारत के तीव्र व सर्वांगीण विकास का पूरा खाका है वहीँ कांग्रेस के पास सिर्फ झूठ, लालच और फरेब है. कांग्रेस कितनी झूठी पार्टी है और कितनी वादाखिलाफ है यह उन तीनों राज्यों में उसकी सरकार के कामकाज से भी जनता जनार्दन के सामने प्रकट हो चुका है जिन तीन राज्यों में हाल में उसने चुनाव जीते थे. उन तीनों राज्यों में जनता के साथ जबरदस्त धोखा हुआ है.
मित्रों, यह कांग्रेस देशद्रोह को अपराध नहीं मानती और इसकी धारा को ही समाप्त कर देने का वादा उसने अपने घोषणापत्र में किया है जबकि देशद्रोह से बड़ा कोई अपराध हो ही नहीं सकता. इसी तरह कांग्रेस ने धारा ३७० की रक्षा करने का वादा भी किया है जबकि भाजपा ने इसे समाप्त करने का और कश्मीर की रक्षा करने का वादा किया है और पिछले दिनों मोदी सरकार ने इस धारा में कुछ बदलाव किए भी हैं.
मित्रों, सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस भारतीयों को कुत्ता समझती है कि वो ७२००० के लालच में उसके पीछे भाग लेंगे और देश को एक बार फिर से बहुरूपिये लुटेरों के हवाले कर देंगे? सवाल यह भी उठता है कि भारतीय भारत की जय चाहते हैं या चीन और पाकिस्तान की जो इस समय कांग्रेस की ही तरह मोदी सरकार की हार की मन्नतें मांग रहे हैं और कांग्रेस जिनकी गोद में बैठी है? मैं नहीं समझता कि वर्तमान भारत की जनता इतनी मूर्ख है कि वो कांग्रेस पार्टी के फरेब को समझ नहीं सके. वो यह अच्छी तरह से जानती है कि कांग्रेस को गरीबों से नहीं बल्कि उनकी गरीबी से प्यार है. कांग्रेस को कालाधन और भ्रष्टाचार से भी बेईन्तिहाँ मुहब्बत है और वो खुद तो भ्रष्ट है ही उसके सारे सहयोगी भी जाने-माने भ्रष्ट हैं और एक-से-बढ़कर-एक भ्रष्ट हैं. साथ ही तीसरे मोर्चे में भी सिर्फ-और-सिर्फ भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा है. इन दलों का उद्देश्य कहीं से भी जनहित और देशहित नहीं है बल्कि इनका सिर्फ एक ही एजेंडा है कि कैसे मोदी को हराया और हटाया जाए और खुद को जेल जाने से बचाया जाए. जो दल मोदी सरकार पर कालाधन के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगा रहे थे वही दल मध्य प्रदेश में बदले की भावना से कमलनाथ के निकटतम सहयोगियों पर आयकर का छापा पड़वाने के आरोप लगा रहे हैं. अभी कल ही कांग्रेस के दत्तक पुत्र माओवादियों ने कांग्रेसशासित दंतेवाडा में भाजपा विधायक की हत्या कर दी है और उनके साथ हमारे ५ सीआरपीएफ जवान भी शहीद हो गए हैं. साथ ही कल जम्मू-कश्मीर में प्रखर राष्ट्रवादी चंद्रकांत शर्मा जी की भी जेहादियों ने हत्या कर दी है. ऐसे में अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो इसमें कोई संदेह नहीं कि वो पूरे देश को माओवादियों और जेहादियों के हवाले कर देगी. साथ ही दोनों हाथों से लूटेगी सो अलग. और तब शायद आपके पास पछताने तक का भी समय न रहे.
मित्रों, पिछले दिनों घटे घटनाक्रम से यह स्वतः स्पष्ट है कि चौकीदार चोर नहीं है बल्कि चौकस है न सिर्फ सीमा पर बल्कि देश के भीतर सत्ता में रहकर देश को लूटनेवालों पर भी उनकी पैनी नजर है. उसने न सिर्फ सैनिकों के साजो-सामान पर ध्यान दिया है बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में परिवहन के साधन भी विकसित किए हैं जिससे चीन के किसी भी संभावित हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके. इसके साथ ही किसानों को वेतन,मजदूरों को पेंशन, उज्ज्वला, आयुष्मान, सीधे खाते में सब्सिडी, रेलवे की रफ़्तार बढाने, नई रेल लाईनें बिछाने और पुरानी लाईनों के दोहरीकरण, तीव्र गति से सड़क-निर्माण, बिजली की कमी को पूरी तरह से दूर करने की दिशा में भी इस सरकार ने काफी सराहनीय काम किया है इसमें कोई संदेह नहीं. मैं मानता हूँ कि रोजगार-सृजन कम हुआ है लेकिन मैं पहले भी कह चूका हूँ कि आज भारत दुनिया में सबसे ज्यादा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राप्त करनेवाला देश बन चुका है और पूँजी आ रही है तो रोजगार भी आ रहा है बस थोड़े दिनों तक धैर्य रखने की आवश्यकता है.
मित्रों, परसों से मतदान का महापर्व शुरू होनेवाला है. आप सभी देशवासियों से मैं अपील करता हूँ कि आपलोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और भारत की पूरी दुनिया पर जीत और भारत के विश्वगुरु बनने के मार्ग को फिर से प्रशस्त करें. फिर से कमल खिलाएँ और खूनी पंजे से देश को बचाएँ. मेरे इस आह्वान में मेरा कोई स्वार्थ नहीं है बल्कि सबका सवा सौ करोड़ भारतियों का स्वार्थ है. मैं आज तक किसी भी पार्टी का सदस्य नहीं रहा हूँ और न ही किसी दल से कभी एक पैसे का लाभ ही प्राप्त किया है. मेरे लिए मेरा देश सर्वोपरि और सर्वस्व था, है और हमेश रहेगा. वन्दे मातरम, भारतमाता की जय.

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