हाजीपुर,ब्रजकिशोर सिंह। मित्रों,महिलाओं की ओर से की जा रही मांग के आगे झुकते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वादा किया कि यदि अगली बार वे सत्ता में आए तो शराब पर पाबंदी लगा देंगे। समाज कल्याण विभाग के एक ग्राम्य वार्ता कार्यक्रम के दौरान नीतीश के संबोधन के दौरान कुछ महिलाओं ने यह मांग की और फिर मुख्यमंत्री ने शराब पर पाबंदी लगाने का वादा किया।
मित्रों,नीतीश ने कहा, ‘‘जब मैं अगली बार सरकार बनाऊंगा तो शराब पर पाबंदी लगाई जाएगी।’’ इस वादे को सुनकर महिलाएं खुशी से झूम उठीं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में महिला सशक्तिकरण को लेकर अपनी सरकार की कोशिशें गिनाईं। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास स्वयं-सहायता समूह (एसएचजी) से डेढ़ करोड़ महिलाओं को जोड़ने का है।
मित्रों, सवाल यह उठता है कि इस समय बिहार में सरकार किसकी है? क्या नीतीश कुमार जी अभी बिहार के नहीं नेपाल के मुख्यमंत्री हैं? अगर उनको उनकी सरकार की शराब नीति से बिहार को हुई क्षति से इतनी ही शर्मिंदगी हो रही है तो उनको चाहिए कि वे कल से ही बिहार में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर दें और जिन लोगों को शराब दुकानों की बंदोबस्ती की गई है उनको हर्जाना देकर चलता करें।
मित्रों,अभी पूर्ण शराबबंदी लागू करने में नीतीशजी को कौन-सी परेशानी हो रही है? अभी तो राज्य में किसी तरह की आचार-संहिता भी लागू नहीं है फिर नीतीश जी ऐसी बरगलानेवाली बातें क्यों कर रहे हैं? अगर वे अभी सत्ता में होते हुए ऐसा नहीं कर सकते या नहीं कर रहे तो क्या गारंटी है कि वे अगली बार जीतने के बाद ऐसा करेंगे ही? हद हो गई कि जिस व्यक्ति ने राजस्व के चलते पूरे बिहार में किराने की दुकानों से भी कहीं ज्यादा संख्या में शराब की दुकानें खुलवा दीं और पूरे बिहार को शराबी बना दिया आज कह रहा है कि मुझे एक बार और जितवाओ तब शराब पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दूंगा? ये तो वही बात हुई कि कोई बलात्कारी नेता कहे कि मुझे एक बार और जितवाओ तो मैं लड़कियों को बहन मानने लगूंगा।
हाजीपुर टाईम्स पर भी प्रकाशित
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