गुरुवार, 10 मार्च 2022
यूपी में सुशासन और हिंदुत्व की जीत
मित्रों, आज १० मार्च है. पांच राज्यों के चुनाव परिणाम का दिन. अब कोई रहस्य नहीं रह गया है कि आज भी, अभी भी देश की जनता के दिल पर भाजपा का कब्ज़ा है. उत्तर प्रदेश में १९८६ के बाद ऐसा पहली बार हुआ है किसी पार्टी की लगातार दूसरी बार सरकार बनी है. उत्तर प्रदेश सहित पाँचों राज्यों में जनता ने नया इतिहास लिखा है. जनता ने बता दिया है कि जो राम पे नाज करेगा वो हिंदुस्तान पे राज करेगा.
मित्रों, यह किसी से छुपा हुआ नहीं है कि २०१७ से पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति कितनी चिंताजनक थी. पूरे प्रदेश पर दंगाइयों और बलात्कारियों का कब्ज़ा था. पूरा प्रदेश जल रहा था वहीँ अखिलेश सैफई में नाच-गाना देखने में मशगुल थे. चौतरफा भ्रष्टाचार व्याप्त था और जनता त्राहि-त्राहि कर रही थी. औरतों का दिन में भी घर से निकलना मुहाल था.
मित्रों, योगीजी ने मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले रोमियो स्कायड बनाकर औरतों को सुरक्षित करते हुए यह सुनिश्चित किया कि प्रदेश में कोई महिला रात के १२ बजे भी बिना डरे बिना हिचकिचाए घर से निकले. अस्पतालों को दुरुस्त किया गया, अपराध पर पूरा नियंत्रण पाया गया, गरीबों को समय पर और पूरा-का-पूरा सस्ता अनाज उपलब्ध करवाया गया और माफियाओं के घरों पर कुछ इस पैमाने पर बुलडोजर चलाया गया कि बुलडोजर योगी आदित्यनाथ जी की सरकार का सबसे बड़ा प्रतीक बन गया. इसके साथ ही भाजपा ने जिस तरह से राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया उसके चलते उसे राम के साथ-साथ रामभक्त हिन्दुओं का आशीर्वाद मिलना भी तय हो गया.
मित्रों, रही बात चार अन्य राज्यों की तो देवभूमि उत्तराखंड में फिर से भाजपा की सरकार का बनना यह दर्शाता है कि लोग कांग्रेस को किसी भी तरह भाजपा का विकल्प नहीं मानते साथ ही लोगों को पार्टी और काम से मतलब है न कि मुख्यमंत्री से. इसके साथ ही उत्तराखंड की जीत में वहां के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के योगदान को भी नकारा नहीं जा सकता जिन्होंने अपनी मेहनत और कार्यकुशलता से अत्यल्प समय में एक अवश्यम्भावी हार को जीत में बदल दिया.
मित्रों, रही बात मणिपुर की तो यह देखना काफी सुखद है कि भाजपा और हिंदुत्व का झंडा अब पूर्वोत्तर में भी लहरा रहा है. हम उम्मीद करते हैं कि निकट भविष्य में भाजपा केरल, आंध्रा, तेलंगाना और तमिलनाडु समेत पूरे दक्षिण भारत में भी अपनी स्थिति मजबूत करेगी और एक दिन ऐसा भी आएगा जब वहां भाजपा की सरकार होगी.
मित्रों, बचे हुए राज्यों में जहाँ गोआ की जीत भाजपा के लिए अप्रत्याशित होते हुए भी काफी सुखद है वहीँ पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत के परिणाम भविष्य में सिर्फ पंजाब के लिए ही नहीं पूरे भारत के लिए खतरनाक हो सकते हैं. भविष्य में पंजाब फिर से अलगाववाद और खालिस्तान की आग में जल सकता है.
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