शुक्रवार, 7 जून 2024
रामचंद्र कह गए सिया से
मित्रों, कई दशक पहले गोपी फिल्म में एक गाना था कि रामचंद्र कह गये सिया से, ऐसा कलजुग आएगा, हंस चुगेगा दाना दुनका कौआ मोती खाएगा. इस बार के लोकसभा चुनाव परिणामों को देखकर यही कहा जा सकता है कि इस बार सच की हार हुई है और झूठ जीत गया है. यद्यपि मोदी जी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं तथापि उनके हाथ कमजोर हुए हैं और कमजोर भी किसने किया है? उनलोगों ने जिनके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया. हिन्दू ह्रदय सम्राट बाहुबली अपने लोगों कटप्पा द्वारा दिए गए धोखे से व्यथित है, भीतर-ही-भीतर रो रहा है ऊपर से कुछ बोल नहीं रहा.
मित्रों, किसने कल्पना की थी कि भाजपा अयोध्या की सीट हार जाएगी, किसने कल्पना की थी? उस अयोध्या की सीट जहाँ ५०० सालों के बाद मोदी जी के प्रयास से राम जी फिर से भव्य मंदिर में विराजे हैं. किसने कल्पना की थी कि कसाब को फांसी दिलवाने वाले उज्ज्वल निकम चुनाव हार जाएँगे और जेलों में बंद पंजाब और कश्मीर के दुर्दांत आतंकवादी चुनाव जीतकर माननीय बन जाएँगे? किसने कल्पना की थी कि पूर्व आईपीएस अन्नामलाई चुनाव हार जाएँगे और सनातन को बीमारी बतानेवाली पार्टी तमिलनाडु में क्लीन स्वीप करेगी?
मित्रों, सचमुच घनघोर कलयुग आ गया है. दुर्भाग्यवश हम हिन्दू बहुत आसानी से बहकावे और लालच में आ जाते हैं और इस बार तो हमने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी नहीं चलाई और बल्कि कुल्हाड़ी पर पैर मार लिया है. हम आखिर समय के संकेतों को क्यों नहीं समझ पा रहे? मैं यहाँ गैर यादवों की बात कर रहा हूँ क्योंकि यादव तो बहुत पहले से हिन्दू नहीं रहे. जेहादी अजगर छद्मधर्मनिरपेक्षतावादी भ्रष्ट दलों की सहायता से सनातन को निगलने के लिए तैयार बैठा है. यूपी में सहारनपुर में मोदी जी को बोटी-बोटी कर देने की धमकी देनेवाले मसूद को भी आपने जितवा दिया. और कल-परसों से ही वहां के मुसलमान हिन्दुओं के घरों पर चढ़कर गालियाँ भी देने लगे हैं. कहाँ जाओगे भागकर सोंचा भी है?
मित्रों, बंगाल की हार के लिए मैं हिन्दुओं को नहीं बल्कि स्वयं मोदी जी को दोषी ठहराता हूँ. जब संविधान में अनुच्छेद ३५६ का प्रावधान किया गया है तो उन्होंने अब तक उसका इस्तेमाल क्यों नहीं किया? सवाल उठता है कि जब आपके वोटरों को वोट गिराने ही नहीं दिया जाएगा तो आप जीतेंगे कैसे?
खैर, अब तो जो होना था हो चुका. अमित शाह जी का फेक वीडियो और कांग्रेस पार्टी की झूठी गारंटी अपना कमाल दिखा चुकी. हमारा क्या है, हम तो मोदी जी के साथ थे, हैं और रहेंगे. मोदी जी को उनके नए कार्यकाल के लिए शुभकामनाएँ और बधाई.
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें