मित्रों,ठगने या फुसलाने की क्रिया या प्रथा कदाचित उतनी ही पुरानी है जितनी कि मानव सभ्यता.शुरुआत में यह व्यक्तिगत कर्म था परन्तु बाद में इसने संस्थागत स्वरुप ग्रहण कर लिया.मध्यकाल में ठगों की एक जाति का भी जन्म हुआ जिसका दमन लॉर्ड विलियम वेंटिंक के समय १८३० के दशक में जून सुलिमैन ने किया.तब से ठगी मजबूरन व्यक्तिगत कर्म बनी हुई थी.वो कहते हैं न कि कुत्ते का भी वक़्त आता है.धीरे-धीरे ही सही पर वक़्त ने करवट बदली और पूरी दुनिया एक विश्वग्राम में परिवर्तित हो गयी.इसका अतिउर्वर मस्तिष्कवाले ठगों ने भी फायदा उठाया और अब ठगी तकनीक आधारित बिना किसी पूँजीगत लागत के लाभ-ही-लाभ देनेवाली संस्थागत पेशा बनकर उभरी है.
मित्रों,आपने ई-मेल खोला नहीं कि बिना मांगे दहेज़ देनेवालों के सन्देश प्राप्त होने लगते हैं.कोई सन्देश कथित रूप से कोका कोला कंपनी की ओर से आया हुआ होता है तो कोई सन्देश संयुक्त राष्ट्र संघ विकास कार्यक्रम की ओर से.कोई बिना टिकट ख़रीदे ही दस लाख पौंड की लॉटरी आपके नाम निकलने की सूचना देता है तो कोई चुपके से हमारे जीवन की सबसे बड़ी घोषणा करता है कि आपको संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की ओर से दक्षिण एशिया में लोगों के जीवन-स्तर को ऊँचा उठाने की योजना के तहत 9 लाख पौंड दिया जा रहा है.गजब की योजना है भाई जिसके बारे में न तो कभी पढ़ा गया और न ही सुना ही गया.साथ में एक फॉर्म भी संलग्न होता है जिसके माध्यम से आपसे आपका नाम,उम्र,पेशा,मोबाईल नंबर,लिंग और पता पूछा जाता है.अगर आपने गलती से भी जवाब दे दिया तो फिर आपको पहले तो ई-मेल द्वारा ही एक एकाउंट नंबर देकर उसमें कस्टम ड्यूटी या किसी और चीज के नाम पर कुछ हजार रूपये डालने के लिए कहा जाता है और अगर आपने पैसा डाल दिया तो फिर उनसे संपर्क करते रहिए और खुद को और उस मनहूस घडी को कोसते रहिए जब आप लालच में आ गए थे.न तो आपकी उनसे बात ही हो पाती है और न ही आपको करोड़ों रूपये का कथित;सपनो से सुन्दर ड्राफ्ट ही कभी प्राप्त हो पाता है.
मित्रों,अब इन साईबर ठगों ने अपनी रणनीति बदल ली है.अब वे ई-मेल द्वारा विश्वास में लेने के बाद मोबाईल से फोन भी करते हैं और एक ब्रिटिश लहजे में अंग्रेजी बोलनेवाले भारतीय या यूरोपियन से फोन करवाते हैं जिससे शिकार पर पूरा विश्वास जमाया जा सके.
मित्रों,यूं तो मुझे मेरे brajvaishali@gmail.com पर हमेशा इस तरह का लालच दिया जाता रहा है कभी कोका कोला कम्पनी का नाम लेकर तो कभी पेप्सी कोला कम्पनी या अन्य प्रतिष्ठित कम्पनियों का नाम लेकर और मैं इस तरह के ई-मेलों को पूरी तरह से नजरंदाज भी करता रहा हूँ लेकिन जब संयुक्त राष्ट्र संघ की एक सर्वज्ञात संस्था संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम अर्थात UNDP के नाम से पिछले सप्ताह ७ जुलाई को एक ई-मेल मिला तो मैं एकबारगी अविश्वास नहीं कर पाया और ई-मेल का जवाब दे दिया.ई-मेल में कुछ भी नहीं लिखा गया था लेकिन संलग्नक कुछ इस प्रकार था-
United Nations Development Programme (UNDP)
Department of Humanitarian Affairs / Information Centre
Millbank Tower, 21st Floor
21-24 Millbank
London SW1P 4QH
United Kingdom
Dear Sir / Madam,
This is a very big congratulation and to inform you that we
have selected you as an individual to stand for the 2012 UNDP
Humanitarian Donation in your locality. We collected email
address from world databases for a random pick up, to choose
some few individual and charities home, for wealth distribution
in urban area.
Please do not take this notice as a junk because this might be
a life time opportunity, so we advice you to accept this
donation with good faith because your email address has been
selected and you will be receiving a donation of £900,000 GBP
(Nine Hundred Thousand Great British Pound) as one of this
year lucky beneficiary.
This amount is been giving to you as a lucky recipient to
enhance your personal life, so congratulation once again.
YOU ARE TO FILL THE CLAIMS VERIFICATION FORM TO
FACILITATE THE REMITTANCE OF YOUR FUND.
Full Name:-----------------------------
Forwarding Addresses:---------------
City/State:----------------------------
Country:-------------------------------
Marital Status:------------------------
Sex:----------------------------------
Date of birth:------------------------
Occupation:----------------------------
Tel/Mobil:-----------------------------
Secure Email:--------------------------
Please send your responds to Dr. Conklin Myers via email at:
(undp173@9.cn) with your complete particulars and if possible
also send your id proves for recognition.
Best Regards,
Asli Parker
Regional Resettlement Director.United Nations Development Programme, (UNDP)
इसके बाद 12 जून को जवाबी ई-मेल में बताया गया कि एक व्यक्ति लन्दन से आपका ड्राफ्ट लेकर हवाई जहाज से रवाना होने जा रहा है.कल वह भारत पहुंचकर आपसे संपर्क कर लेगा-
मित्रों,परसों 13 तारीख को मेरे मोबाईल नंबर 7870256008 पर मोबाइल नंबर +919920313360 से फोन करके कहा गया कि मेरा एक ड्राफ्ट मुम्बई कस्टम कार्यालय में आया हुआ है और अगर मैं 19800 रूपया कस्टम क्लीयरेन्स के लिए जमा कर दूँ तो वे मेरा ड्राफ्ट मुझे भेज देंगे.इसके लिए मुझे एस.एम.एस. द्वारा भारतीय कस्टम के बदले किसी नदीम करीम के ICICI बैंक की मलाड (w) शाखा का एक अकाउंट न. 015801541606 में उक्त राशि को जमा करने के लिए कहा गया.एस.एम.एस. rohita_indiacustom@consultant.com के नाम से किया गया था.फोन करनेवाले दो व्यक्ति थे एक पुरुष और एक महिला.पुरुष धाराप्रवाह अंग्रेजी अंग्रेजी लहजे में बोलता था और महिला उतनी ही अच्छी हिंदी बोल ले रही थी.मुझे पैसा तो जमा करना था नहीं क्योंकि मेरे पास किसी तरह का लिखित या कागजी सबूत नहीं था कि मुझे UNDP द्वारा 9 लाख पौंड जैसी बड़ी राशि बेवजह प्रदान की जा रही है.इसलिए मैंने पैसा जमा नहीं किया.लेकिन बार-बार यह जरूर कहता रहा कि मैं पैसा जमा करने जा रहा हूँ.फलतः मेरे मोबाईल पर +919920313360 नंबर से फोन करके तीन-तीन बार तगादा करके जल्द-से-जल्द पैसा जमा करने के लिए कहा गया.तीनों बार फोन पुरुष ने किया था.
मित्रों,कल फिर से एक ई-मेल उसी पते से यानि UNDP से प्राप्त हुआ है जिसमें मुझे यह बहुमूल्य और दिलतोड़ जानकारी दी गयी है कि उक्त व्यक्ति को ड्राफ्ट लेकर मुम्बई से वापस लन्दन आ जाने के लिए कह दिया गया है.साथ ही मुझसे पैसा जमा करने के लिए पुनर्विचार करने के लिए भी कहा गया है-
मित्रों,बंसी (कांटे) में आटा या केंचुए का चारा लगाकर मछली तो मैंने भी बचपन में पकड़ी है लेकिन लालच देकर साबुत आदमी को इस तरह फांसते हुए पहली बार देख रहा हूँ वो भी संयुक्त राष्ट्र संघ जैसी प्रतिष्ठित संस्था के नाम पर.आप सभी पाठकों से भी मैं करबद्ध निवेदन करता हूँ कि आपलोग भी इन अंतर्राष्ट्रीय ठगों से सावधान रहें.20000 रू. की रकम हम भारतीयों के लिए बहुत बड़ी होती है जबकि हम भारत सरकार की मूर्खतापूर्ण महाकृपा से सिर्फ 32 रू. प्रतिदिन में ही अमीरों की देवदुर्लभ श्रेणी में आ जा रहे हैं.इसलिए आप अपनी सभी छहों इन्द्रियों को खुला रखिए,सचेत रहिए,सावधानी रखिए जिससे कोई लुटेरा दूर बैठा-बैठा आपकी गाढ़ी कमाई पर डाका नहीं डाल सके.साथ ही मैं मुम्बई पुलिस से मोबाईल न. +919920313360 की जाँच कर शीघ्रतापूर्वक कार्रवाई करने की भी प्रार्थना करता हूँ और ICICI से उसकी मलाड (w) शाखा के खाता न.015801541606 में जमा सारी राशि को जब्त कर इसके मालिक नदीम करीम के विरूद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाने और चलाने का भी अनुरोध करता हूँ जिससे भविष्य में इसका इस्तेमाल लोगों को ठगने में नहीं किया जा सके.
मित्रों,आपने ई-मेल खोला नहीं कि बिना मांगे दहेज़ देनेवालों के सन्देश प्राप्त होने लगते हैं.कोई सन्देश कथित रूप से कोका कोला कंपनी की ओर से आया हुआ होता है तो कोई सन्देश संयुक्त राष्ट्र संघ विकास कार्यक्रम की ओर से.कोई बिना टिकट ख़रीदे ही दस लाख पौंड की लॉटरी आपके नाम निकलने की सूचना देता है तो कोई चुपके से हमारे जीवन की सबसे बड़ी घोषणा करता है कि आपको संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की ओर से दक्षिण एशिया में लोगों के जीवन-स्तर को ऊँचा उठाने की योजना के तहत 9 लाख पौंड दिया जा रहा है.गजब की योजना है भाई जिसके बारे में न तो कभी पढ़ा गया और न ही सुना ही गया.साथ में एक फॉर्म भी संलग्न होता है जिसके माध्यम से आपसे आपका नाम,उम्र,पेशा,मोबाईल नंबर,लिंग और पता पूछा जाता है.अगर आपने गलती से भी जवाब दे दिया तो फिर आपको पहले तो ई-मेल द्वारा ही एक एकाउंट नंबर देकर उसमें कस्टम ड्यूटी या किसी और चीज के नाम पर कुछ हजार रूपये डालने के लिए कहा जाता है और अगर आपने पैसा डाल दिया तो फिर उनसे संपर्क करते रहिए और खुद को और उस मनहूस घडी को कोसते रहिए जब आप लालच में आ गए थे.न तो आपकी उनसे बात ही हो पाती है और न ही आपको करोड़ों रूपये का कथित;सपनो से सुन्दर ड्राफ्ट ही कभी प्राप्त हो पाता है.
मित्रों,अब इन साईबर ठगों ने अपनी रणनीति बदल ली है.अब वे ई-मेल द्वारा विश्वास में लेने के बाद मोबाईल से फोन भी करते हैं और एक ब्रिटिश लहजे में अंग्रेजी बोलनेवाले भारतीय या यूरोपियन से फोन करवाते हैं जिससे शिकार पर पूरा विश्वास जमाया जा सके.
मित्रों,यूं तो मुझे मेरे brajvaishali@gmail.com पर हमेशा इस तरह का लालच दिया जाता रहा है कभी कोका कोला कम्पनी का नाम लेकर तो कभी पेप्सी कोला कम्पनी या अन्य प्रतिष्ठित कम्पनियों का नाम लेकर और मैं इस तरह के ई-मेलों को पूरी तरह से नजरंदाज भी करता रहा हूँ लेकिन जब संयुक्त राष्ट्र संघ की एक सर्वज्ञात संस्था संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम अर्थात UNDP के नाम से पिछले सप्ताह ७ जुलाई को एक ई-मेल मिला तो मैं एकबारगी अविश्वास नहीं कर पाया और ई-मेल का जवाब दे दिया.ई-मेल में कुछ भी नहीं लिखा गया था लेकिन संलग्नक कुछ इस प्रकार था-
United Nations Development Programme (UNDP)
Department of Humanitarian Affairs / Information Centre
Millbank Tower, 21st Floor
21-24 Millbank
London SW1P 4QH
United Kingdom
Dear Sir / Madam,
This is a very big congratulation and to inform you that we
have selected you as an individual to stand for the 2012 UNDP
Humanitarian Donation in your locality. We collected email
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some few individual and charities home, for wealth distribution
in urban area.
Please do not take this notice as a junk because this might be
a life time opportunity, so we advice you to accept this
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selected and you will be receiving a donation of £900,000 GBP
(Nine Hundred Thousand Great British Pound) as one of this
year lucky beneficiary.
This amount is been giving to you as a lucky recipient to
enhance your personal life, so congratulation once again.
YOU ARE TO FILL THE CLAIMS VERIFICATION FORM TO
FACILITATE THE REMITTANCE OF YOUR FUND.
Full Name:-----------------------------
Forwarding Addresses:---------------
City/State:----------------------------
Country:-------------------------------
Marital Status:------------------------
Sex:----------------------------------
Date of birth:------------------------
Occupation:----------------------------
Tel/Mobil:-----------------------------
Secure Email:--------------------------
Please send your responds to Dr. Conklin Myers via email at:
(undp173@9.cn) with your complete particulars and if possible
also send your id proves for recognition.
Best Regards,
Asli Parker
Regional Resettlement Director.United Nations Development Programme, (UNDP)
इसके बाद 12 जून को जवाबी ई-मेल में बताया गया कि एक व्यक्ति लन्दन से आपका ड्राफ्ट लेकर हवाई जहाज से रवाना होने जा रहा है.कल वह भारत पहुंचकर आपसे संपर्क कर लेगा-
United Nations Development Programme (UNDP)
Department of Humanitarian Affairs / Information Centre
Millbank Tower, 21st Floor
21-24 Millbank
London SW1P 4QH
United Kingdom
Department of Humanitarian Affairs / Information Centre
Millbank Tower, 21st Floor
21-24 Millbank
London SW1P 4QH
United Kingdom
Dear Braj kishore Singh,
Sequel to the decision from the 2012 UNDP online grant committee, we hereby wish to inform you that your demand draft will be dispatch Today the 12th of July 2012. Because it’s our obligation to make sure that your entitlement gets to you without any problem or delay; so a senior officer from the office for the Coordination of Humanitarian Affairs (OCHA) has been assigned to help deliver your parcel containing a draft payment of £900,000.00 Great British Pound Sterling from the United Nation Online Grant Donation Sponsored by World Bank.
All information most be kept confidential until you have receive your parcel and you are advice to take guidelines from Mr. Patrick Moses.
FIND MR. PATRICK MOSES FLIGHT INFORMATION BELOW:
Departure Date /Time: 12th July 2012 -11:45:00 PM (UK TIME)
Arrival Date /Time: 13th July 2012 -9:15:00 am (INDIA TIME)
Arrival Date /Time: 13th July 2012 -9:15:00 am (INDIA TIME)
Please remember that the objective of this donation to beneficiaries is to make a notable change in the standard of living around the global before 2020 and also note that you have been chosen to receive this donation just once, which means our yearly donation might not get to you again so we advise you to spend your Money wisely. Email us or call this number + (44) 701-006-7047 if you did not receive your demand draft after 2 working days.
Note: You will only be responsible for the India Governmental Tax / Custom Clearance which is 19,800 India rupees for the clearance of your consignment at the point of entry. Account details will be provided to you for this payment once Mr. Patrick Moses arrive India by tomorrow and you are advice to act as instructed to avoid any problem or delay regarding this remittance process.
We wish you good luck.
Best regards,
Dr. Conklin Myers
Payment Verifications officer.
Dr. Conklin Myers
Payment Verifications officer.
Kindly allow me to inform you that last year we discovered a huge number of double claims due to beneficiary's informing close friend’s relatives, attorneys and third parties about their donations. As a result, these close friends, relatives, attorneys and third parties tried to claim the donation sum on behalf of the real recipients thereby causing problems for the pay-out bank.
Please be informed that any double claim discovered in the disbursement process will certainly result to the cancellation of that particular donation, making a loss for both the double claimer and the real beneficiary, as it is taken that the real recipient was the informer to the double claimer about the donation. So you are hereby advised to keep your information
मित्रों,कल फिर से एक ई-मेल उसी पते से यानि UNDP से प्राप्त हुआ है जिसमें मुझे यह बहुमूल्य और दिलतोड़ जानकारी दी गयी है कि उक्त व्यक्ति को ड्राफ्ट लेकर मुम्बई से वापस लन्दन आ जाने के लिए कह दिया गया है.साथ ही मुझसे पैसा जमा करने के लिए पुनर्विचार करने के लिए भी कहा गया है-
United Nations Development Programme (UNDP)
Department of Humanitarian Affairs / Information Centre
Millbank Tower, 21st Floor
21-24 Millbank
London SW1P 4QH
United Kingdom
Department of Humanitarian Affairs / Information Centre
Millbank Tower, 21st Floor
21-24 Millbank
London SW1P 4QH
United Kingdom
Dear Beneficiary,
We have been made to understand that you were not acting as instructed and for that simple reason to avoid unwarranted abuse of this program, we have asked Mr. Patrick Moses to retune back to the United Kingdom by Monday with your Demand Draft since you said will not be responsible for the India Governmental Tax / Custom Clearance which is 19,800 India rupees for the clearance of your parcel at the Custom department.
You should be very happy that you were selected among beneficiaries to receive this year 2012 UNDP online grant allocation and by now you supposed to be thinking on how to make arrangement to complete your funds remittance process instead of watching your prize go. Well, I will personally like to confirm from you if you are interested to pay for the Custom Clearance Charges to receive this grant or not? Because I don’t want to be responsible for non-remittance of fund to beneficiaries, so please I wait for your timely response to proceed further.
Thanks and have a lovely weekend.
Best regards,
Dr. Conklin Myers
Payment Verifications officer.
Dr. Conklin Myers
Payment Verifications officer.
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