मित्रों, अगर आप हाजीपुर में किराया के मकान में रहते हैं तो आपको काफी सावधानी से रहने की आवश्यकता होती है. जैसे अगर आपके मकान मालिक के घर कोई कामवाली नहीं आती है तो आपके घर भी नहीं आनी चाहिए, अगर आपके मकान मालिक के पास गाड़ी नहीं है तो आपके पास भी नहीं होनी चाहिए, आपके खान-पान और रहन-सहन का स्तर भी उनलोगों से ज्यादा नहीं होना चाहिए इत्यादि. आप कहेंगे कि जब पैसे आप खर्च कर रहे हैं तो मकान मालिक कौन होता है टांग अड़ानेवाला? इतना ही नहीं कभी-कभी तो पड़ोस का मकान मालिक भी आपसे अनर्गल उम्मीदें रखने लगता है जैसे आप उनके यहाँ दरबार क्यों नहीं लगाते या उनकी चापलूसी क्यों नहीं करते इत्यादि.
मित्रों, कुछ ऐसी ही स्थिति इन दिनों भारत के भीतर और बाहर स्थित भारत विरोधी तत्वों की हिन्दुओं और हिंदुस्तान को देखकर हो रही है. हम वर्तमान में किसी का कुछ भी नहीं बिगाड़ रहे और न ही भूत में कभी किसी का बिगाड़ा है लेकिन फिर भी कई लोग और कई देश हमसे जले जा रहे हैं. बल्कि हम तो सनातन काल से इन्सान तो इन्सान जीव मात्र के लिए ईश्वर से सर्वे भवन्तु सुखिनः की प्रार्थना करते आ रहे हैं. फिर भी कुछ लोगों और देशों को समस्या है. क्या भारत ने चीन के आर्थिक विकास में कभी कोई बाधा डाली? बल्कि पुराने घावों को भूलकर मदद ही की फिर चीन को भारत की आर्थिक उन्नति से परेशानी क्यो होनी चाहिए? पिछले दो दशकों से भी ज्यादा समय से जब चीन एफडीआई में दुनिया का सरताज बना हुआ था तब तो भारत को उससे डाह नहीं हुई फिर आज चीन क्यों जला-भुना जा रहा है जबकि भारत को इस क्षेत्र में उससे आगे निकले अभी एक साल ही हुआ है?
मित्रों, कहने का तात्पर्य यह है कि जो लोग या देश ईर्ष्या नामक दिमागी विकृति के शिकार हैं उनको अपना ईलाज कराना चाहिए अथवा आत्मपरीक्षण करना चाहिए. उनको खुश करने के लिए न तो हम अपना विकास करना बंद करेंगे और न ही अपने को मजबूत करना. चतुर्दिक विकास पर जितना उनका हक़ है उतना हमारा भी है.
मित्रों, जहाँ तक हिन्दू राष्ट्रवाद का सवाल है तो यह तो निश्चित है कि भारत में इस समय राष्ट्रवाद की लहर चल रही है लेकिन वह लहर किसी भी प्रकार से हिन्दू लहर नहीं है बल्कि उसमें उन सभी लोगों का समान योगदान है जो भारत से प्यार करते हैं और जिनको अपने भारतीय होने पर गर्व है. जो लोग अपनी मातृभूमि से ज्यादा सुदूर की जमीन या वहां की संस्कृति को ज्यादा महत्व देते है और चाहते हैं कि बांकी के लोग भी उनका अनुसरण करें तो उनसे हमारा आग्रह है कि वे भारत से प्रेम करें क्योंकि जब उनके घर में आग लगेगी तो कोई अरब या वेटिकन से नहीं आएगा बुझाने के लिए. अभी जब कश्मीर में बाढ़ आई तो किसने बाढ़-पीड़ितों की जान बचाई और सहायता की? वैसे हम अक्सर ट्रकों के पीछे लिखा देखते हैं कि जलनेवाला जलता रहेगा, ७२२२ चलता रहेगा. या फिर जलो मत संघर्ष करो आदि.
मित्रों, कुछ ऐसी ही स्थिति इन दिनों भारत के भीतर और बाहर स्थित भारत विरोधी तत्वों की हिन्दुओं और हिंदुस्तान को देखकर हो रही है. हम वर्तमान में किसी का कुछ भी नहीं बिगाड़ रहे और न ही भूत में कभी किसी का बिगाड़ा है लेकिन फिर भी कई लोग और कई देश हमसे जले जा रहे हैं. बल्कि हम तो सनातन काल से इन्सान तो इन्सान जीव मात्र के लिए ईश्वर से सर्वे भवन्तु सुखिनः की प्रार्थना करते आ रहे हैं. फिर भी कुछ लोगों और देशों को समस्या है. क्या भारत ने चीन के आर्थिक विकास में कभी कोई बाधा डाली? बल्कि पुराने घावों को भूलकर मदद ही की फिर चीन को भारत की आर्थिक उन्नति से परेशानी क्यो होनी चाहिए? पिछले दो दशकों से भी ज्यादा समय से जब चीन एफडीआई में दुनिया का सरताज बना हुआ था तब तो भारत को उससे डाह नहीं हुई फिर आज चीन क्यों जला-भुना जा रहा है जबकि भारत को इस क्षेत्र में उससे आगे निकले अभी एक साल ही हुआ है?
मित्रों, कहने का तात्पर्य यह है कि जो लोग या देश ईर्ष्या नामक दिमागी विकृति के शिकार हैं उनको अपना ईलाज कराना चाहिए अथवा आत्मपरीक्षण करना चाहिए. उनको खुश करने के लिए न तो हम अपना विकास करना बंद करेंगे और न ही अपने को मजबूत करना. चतुर्दिक विकास पर जितना उनका हक़ है उतना हमारा भी है.
मित्रों, जहाँ तक हिन्दू राष्ट्रवाद का सवाल है तो यह तो निश्चित है कि भारत में इस समय राष्ट्रवाद की लहर चल रही है लेकिन वह लहर किसी भी प्रकार से हिन्दू लहर नहीं है बल्कि उसमें उन सभी लोगों का समान योगदान है जो भारत से प्यार करते हैं और जिनको अपने भारतीय होने पर गर्व है. जो लोग अपनी मातृभूमि से ज्यादा सुदूर की जमीन या वहां की संस्कृति को ज्यादा महत्व देते है और चाहते हैं कि बांकी के लोग भी उनका अनुसरण करें तो उनसे हमारा आग्रह है कि वे भारत से प्रेम करें क्योंकि जब उनके घर में आग लगेगी तो कोई अरब या वेटिकन से नहीं आएगा बुझाने के लिए. अभी जब कश्मीर में बाढ़ आई तो किसने बाढ़-पीड़ितों की जान बचाई और सहायता की? वैसे हम अक्सर ट्रकों के पीछे लिखा देखते हैं कि जलनेवाला जलता रहेगा, ७२२२ चलता रहेगा. या फिर जलो मत संघर्ष करो आदि.
1 टिप्पणी:
यह मेरी जिंदगी का बहुत ही आनन्ददायक दिन है क्योंकि डॉ। ऑडुडवा ने मुझे अपने जादूगर और प्रेम जादू के साथ अपने पूर्व पति को वापस लाने में मदद करके मेरे लिए योगदान दिया है। मैं 6 साल से शादी कर रहा था और यह इतना भयानक था क्योंकि मेरे पति ने कभी मुझ पर भरोसा नहीं किया और वह वास्तव में मुझे धोखा दे रहा था और तलाक की मांग कर रहा था, मैं उससे इतना प्यार करता हूं और हमारे पास 2 बच्चे एक साथ होते हैं, मैं अपने बच्चों से प्रेम करता हूं और मैं चाहता हूं उन्हें रहने और उनके दोनों माता-पिता के साथ रहने के लिए, मुझे तलाक की रोकथाम करने और रिश्ते में प्यार और विश्वास वापस लाने के लिए इतनी सख्त जरूरत थी।
इसलिए जब मैं ब्लॉग पोस्ट पर डॉ। ओडुदेवा ईमेल पर आया तो उन्होंने टिप्पणी की कि उन्होंने इतने सारे लोगों को अपनी पूर्व वापस लेने और संबंध सुधारने में मदद करने के लिए कैसे मदद की है। और लोगों को अपने रिश्ते में खुश रहने के लिए।
मैंने अपनी स्थिति समझा दी और फिर मेरी मदद की, लेकिन मेरी सबसे बड़ी आश्चर्य से उसने मुझे बताया कि वह मेरे मामले में मेरी मदद करेंगे और मैं अब जश्न मना रहा हूं क्योंकि मेरे पति पूरी तरह अच्छे के लिए बदलते हैं। वह हमेशा मेरे और हमारे प्यारे बच्चों के साथ रहना चाहते हैं और मेरे वर्तमान के बिना कुछ भी नहीं कर सकते हैं, अब वह मुझे अब पहले से ज्यादा प्यार करता है।
मैं वास्तव में मेरी शादी का आनंद ले रहा हूं, जो एक महान उत्सव है मैं इंटरनेट पर गवाही देना जारी रखूंगा क्योंकि डॉ। ओडुडुवा वास्तव में एक वास्तविक वर्तनी ढलाईकार है। क्या आपको संपर्क डॉक्टर ODUDUWA महान की मदद की ज़रूरत है ..
अब आज संपर्क करें ODUDUWA VIA EMAIL: dr.oduduwaspellcaster@gmail.com या Whatsapp no .: +2348109844548
डॉडोडवा भी ऐसी समस्याओं को हल कर सकते हैं जैसेः रोकथाम, दुःस्वप्न की ज़रूरत के लिए, पूर्व में वापस लाने, अदालत के खिलाफ मुकदमा चलाने, सुगमता और सुराग, काले जादू का ताकत, ताकत और ताकत का जादू आदि।
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